राजस्थान का इतिहास | History of Rajasthan
राजस्थान का अर्थ | राजाओं का स्थान |
राजस्थान की राजधानी | जयपुर |
राजस्थान का कुल क्षेत्रफल | 342239 वर्ग किलोमीटर |
राजस्थान में जिले | 33 |
राजस्थान के पहले मुख्यमंत्री | हीरा लाल शास्त्री |
राजस्थान के पहले राज्यपाल | गुरुमुख निहाल सिंघ |
राजस्थान की जनसंख्या | 68548437 |
राजस्थान के लोक नृत्य | धूमल, घापाल, फूंदी, पनिहारी इत्यादि |
राजस्थान का लोकसभा सीटे | 25 सीट |
राजस्थान का राज्यसभा सदस्य | 10 सदस्य |
राजस्थान का विधानसभा सीटे | 200 |
राजस्थान शब्द का अर्थ है “राजाओं का स्थान” क्योंकि ये राजपूत राजाओ से रक्षित भूमि थी जिस के कारण इसे राजस्थान कहा गया। राजस्थान भारत के सभी राज्यों में सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान की राजधानी जयपुर है। राजस्थान भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर भाग में स्थित है।
राजस्थान का कुल क्षेत्रफल 342239 वर्ग किलोमीटर है। भारत के कुल क्षेत्रफल का 10.41 प्रतिशत है। राजस्थान एक ऐसा राज्य है जो अपने अलग-अलग प्रकार के खानपान और रंगीले प्रथाओं के लिए जाना जाता है। यहाँ लोग एक-दूसरे से अक्सर हिन्दी, मार्वाड़ी, या मेवाड़ी भाषा में बात करते हैं। राजस्थान में 33 जिले हैं। इस राज्य को 1 नवम्बर, 1956 में स्थापित किया गया था। यहाँ के पहले मुख्यमंत्री हीरा लाल शास्त्री थे। यहाँ के पहले राज्यपाल गुरुमुख निहाल सिंघ थे। राजस्थान का सबसे ऊँचा पर्वत, माउंट आबू का गुरू शिखर पर्वत है।
प्राचीन काल, 1200 AD तक
राजपूत वंश की उत्पत्ति हुई और 700 AD से ही वे राजस्थान के विविध भागो में रहने लगे थे। इससे पहले, राजस्थान बहुत से गणराज्यो का भाग रह चूका था। यह मौर्य साम्राज्य का भी भाग रह चूका था। इस क्षेत्र पर कब्ज़ा करने वाले मुख्य गणराज्यो में मालवा, अर्जुन्या, योध्या, कुशान, सका सत्रप, गुप्ता और हंस शामिल थे।
भारतीय इतिहास में राजपूतों का प्रभुत्व आठवी और बारहवी शताब्दी AD के समय देखा गया था। 750 से 1000 AD के समय में प्रतिहार ने राजस्थान और उत्तरी भारत के ज्यादातर क्षेत्र पर शासन किया था। 1000 से 1200 AD के बीच राजस्थान को चालुक्य, परमार और चौहान के बीच संघर्ष करना पड़ा।
मध्यकालीन समय, 1201-1707
इसवी सन 1200 AD में राजस्थान का कुछ भाग मुस्लिम शासको के कब्जे में आ गया था। उनकी शक्ति के केंद्रीय स्थानों में नागौर और अजमेर शामिल थे। रण थम्बोर भी अधीनता के तहत ही था। 13 वी शताब्दी AD के शुरू में, राजस्थान का सबसे मुख्य और शक्तिशाली राज्य, मेवाड़ था।
आधुनिक समय, 1707-1947
मुग़ल सम्राट के कब्ज़ा करने से पहले राजस्थान कभी भी राजनितिक रूप से एकता के सूत्र में नही बंधा। मुग़ल सम्राट अकबर ने राजस्थान में एकीकृत सिद्धता का निर्माण करवाया। 1707 के बाद मुग़ल शक्तियां कम होने लगी और उनका प्रभाव भी कम होने लगा। मुग़ल साम्राज्य के पतन होते ही मराठा साम्राज्य ने राजस्थान पर आँख जमा ली। 1755 में उन्होंने अजमेर पर कब्ज़ा कर लिया। इसके बाद 19 वी शताब्दी के शुरू में पिंडारी द्वारा हमला किया गया।